इंटरनेट घाटी में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने का माध्यम बन रहा : डीजीपी

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरआर वैन ने रविवार को कहा कि इंटरनेट जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने के माध्यम के रूप में उभर रहा है, क्योंकि पाकिस्तानी हैंडलर इस केंद्र शासित प्रदेश में सौदे और हथियारों की तस्करी के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं।

डीजीपी बाग-ए-बहू पुलिस थाने के निकट साइबर ‘सुतिस थाने के’ नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर पीएम थे। उन्होंने कहा कि इंटरनेट जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने का माध्यम बन रहा है, और 75 नीतियां इससे जुड़ी हैं।

हो सकता है कि कुछ अधिकारी इसे 60 से 80 फीसदी के बीच मानें, लेकिन यह बयान देते हुए मैं सच्चाई से दूर नहीं हूं। विदेशी वाट्सऐप और टेलीग्राम ने अपनी सेवाओं और मंगों को बढ़ाकर हमारे लाइसेंस प्राप्त दूरसंचार सेवा प्रदाताओं की संप्रभुता को कमजोर कर दिया है। मैंने इस मुद्दे को उच्चतम स्तर पर उठाया है।