भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा मनीष सिसोदिया को दी गई जमानत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) और मनीष सिसोदिया को समझना चाहिए कि वे जमानत पर हैं, लेकिन अपराध मुक्त नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इसे सत्य की जीत बता रहे हैं, वे यह स्पष्ट करें कि क्या 30 लाख के मुचलकों, पासपोर्ट जब्त, हफ्ते में दो बार थाने में हाजिरी और 24 घंटे लोकेशन खुला रखने की शर्तों पर मिली जमानत को वास्तव में सत्य की जीत कहा जा सकता है।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला मात्र एक ‘प्रक्रियात्मक आदेश’ है, जो मनीष सिसोदिया को अपराध मुक्त नहीं करता। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को मूर्ख बनाने के लिए आप नेताओं को अब भी जवाबदेह ठहराया जाएगा।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी इस मामले में आप नेताओं द्वारा किए जा रहे जश्न को अनुचित बताते हुए कहा कि यह जनता को गुमराह करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता ऐसे प्रचार कर रहे हैं, जैसे सिसोदिया को कोर्ट द्वारा दोष मुक्त कर दिया गया है या उन्हें बरी कर दिया गया है, जबकि सच्चाई यह है कि वे केवल जमानत पर हैं।