श्रीनगर, 24 अगस्त: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आज अपने पार्टी के घोषणापत्र की घोषणा की। इसमें उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के विशेष राज्य दर्जे से जुड़े आर्टिकल 370 और 35A की वापसी का वादा किया। इसके साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान के साथ व्यापार बहाल करने का भी आश्वासन दिया।
महबूबा ने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर एक्ट (AFSPA), आतंकवाद निरोधी कानून (UAPA), पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) और एनिमी एक्ट को हटाया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने घाटी में कश्मीरी पंडितों के लिए 2BHK मकान देने की भी घोषणा की।
महबूबा ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के समर्थन के सवाल पर कहा कि गठबंधन सीट बंटवारे पर हो रहा है, न कि एजेंडे पर। यदि दोनों पार्टियां उनकी पार्टी के एजेंडे को मानती हैं, तो पीडीपी गठबंधन के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि उनका मुख्य एजेंडा जम्मू-कश्मीर की समस्याओं का समाधान है।
कांग्रेस की कैंडीडेट लिस्ट का अपडेट
दिल्ली में 23 अगस्त को कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी शामिल हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस ने अब तक 6 कैंडीडेट्स के नाम फाइनल किए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन के एक दिन बाद इस बैठक का आयोजन हुआ। कांग्रेस ने पहले फेज के लिए कैंडीडेट्स के नाम पर मुहर लगाई है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन फेज में होंगे। पहले फेज की 24 सीटों के लिए अब तक 14 कैंडीडेट्स ने नामांकन किया है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच गठबंधन का ऐलान
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने 22 अगस्त को विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की घोषणा की। हालांकि, दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीटों पर अभी भी सहमति नहीं बनी है, जिनमें नगरोटा, विजयपुर और हब्बा कदल शामिल हैं। इस मुद्दे पर दिल्ली में कांग्रेस के हाईकमान के साथ चर्चा चल रही है।
जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए सुरक्षा इंतजाम
जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी पीके पोल ने शनिवार को बताया कि राज्य में चुनाव कराने के लिए गृह मंत्रालय सुरक्षा प्रदान कर रहा है। पॉलिटिकल पार्टियों, कैंडीडेट्स, रिटर्निंग ऑफिसर और स्ट्रांग रूम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं, और चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए तैयारी की जा रही है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखें
इलेक्शन कमीशन ने 16 अगस्त को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है। राज्य में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं और चुनाव तीन फेज में होंगे। बहुमत का आंकड़ा 46 है। जम्मू और कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या 5 मई 2022 को परिसीमन आयोग द्वारा निर्धारित की गई थी, जिसमें जम्मू डिवीजन में 6 सीटें बढ़ाई गईं और कश्मीर घाटी में 1 सीट जोड़ी गई।
पिछले विधानसभा चुनाव और राष्ट्रपति शासन
आखिरी बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे, जिसमें बीजेपी और पीडीपी ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लागू किया गया, जिसे बाद में राष्ट्रपति शासन में बदला गया। राष्ट्रपति शासन के दौरान 2019 में लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी ने केंद्र में भारी बहुमत के साथ वापसी की। 5 अगस्त 2019 को बीजेपी सरकार ने आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया और राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों में बांट दिया।