पंजाब के मोहाली में पर्ल्स ग्रुप के प्रमुख निर्मल सिंह भंगू का अंतिम संस्कार आज सम्पन्न हुआ। रविवार रात को दिल्ली में उनका निधन हो गया था। अंतिम संस्कार के पहले भंगू के परिवार ने एक पब्लिक नोटिस जारी किया, जिसमें उन्होंने निवेशकों के पैसे वापस करने का आश्वासन दिया है।
पब्लिक नोटिस में क्या कहा गया
निर्मल सिंह भंगू की बेटी, बरिंदर कौर भंगू ने पब्लिक नोटिस में लिखा है कि उनके पिता का जीवन पर्ल्स ग्रुप के निवेशकों के पैसे लौटाने के एक दृढ़ संकल्प के लिए समर्पित था। उन्होंने बताया कि पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों के धन की वापसी सर्वोच्च न्यायालय की समितियों की निगरानी में की जाएगी।
भंगू परिवार ने वादा किया है कि वे न्यायिक और अर्ध-न्यायिक अधिकारियों को पूरी सहायता प्रदान करेंगे और तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक निवेशकों को उनका पैसा वापस नहीं मिल जाता।
भंगू के करियर की कहानी
निर्मल सिंह भंगू ने 1980 में पर्ल्स गोल्डन फॉरेस्ट (पीजीएफ) नाम की कंपनी शुरू की, जो सागौन के पेड़ों के प्लांटेशन पर निवेश का वादा करती थी। 1996 तक, इस कंपनी ने करोड़ों रुपये जमा किए, लेकिन इनकम टैक्स और अन्य जांचों के बाद कंपनी को बंद कर दिया गया।
इसके बाद, भंगू ने पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) की स्थापना की, जिसमें 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने निवेश किया। इस कंपनी ने उच्च लाभ के वादों पर लोगों को आकर्षित किया और भंगू ने इनवेस्टमेंट से विदेशी कंपनियों में भी पैसा निवेश किया।
सीबीआई की जांच
सीबीआई की जांच में पाया गया कि भंगू की कंपनियों ने निवेशकों को झूठे भूमि आवंटन पत्र दिए और धनराशि का दुरुपयोग किया। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों के तहत एक योजना को बंद कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद नए निवेशकों से पैसा जुटाने के लिए एक नई योजना शुरू की गई।
पंजाब सरकार की कार्रवाई
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मई 2023 में पर्ल्स ग्रुप की संपत्तियों को सीज करने का आदेश दिया था। इसके अतिरिक्त, निर्मल सिंह भंगू की पत्नी प्रेम कौर को भी पिछले साल गिरफ्तार किया गया था, जिन पर संपत्तियों को बेचना और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने का आरोप था।
निर्मल सिंह भंगू के निधन के बाद, उनके परिवार ने सभी निवेशकों को वादा किया है कि उनके पैसे जल्द ही वापस किए जाएंगे और इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जाएंगे।