कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले के बाद अब महाराष्ट्र के रत्नागिरी से एक नर्सिंग छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। यहाँ, एक ऑटो ड्राइवर ने कथित तौर पर नशीला पदार्थ देकर पीड़िता को बेहोश कर दिया और फिर उसे जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया। यह घटना सोमवार, 26 अगस्त की है।
पीड़िता, जिसकी उम्र 19 साल है, ने होश में आने के बाद अपनी बहन को फोन करके इस भयावह घटना की जानकारी दी। घटना की खबर मिलते ही रत्नागिरी में लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं।
रत्नागिरी की एसपी जयश्री गायकवाड़ ने अस्पताल में पीड़िता से घटना की पूरी जानकारी ली और मामले को दर्ज कर लिया। ऑटो ड्राइवर की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। सोशल मीडिया पर इस ऑटो का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
पीड़िता का बयान: ऑटो ड्राइवर ने पानी पिलाया था
नर्सिंग छात्रा ने बताया, “रविवार, 25 अगस्त को मेरी छुट्टी थी, इसलिए मैं अपने घर देवरुख चली गई थी। हमेशा की तरह सोमवार, 26 अगस्त की सुबह छह बजे की बस से देवरुख से रत्नागिरी पहुंची। सुबह करीब सात बजे रत्नागिरी के साल्वी स्टॉप पर उतर गई।”
आगे उसने कहा, “कॉलेज जाने के लिए मैंने ऑटो रिक्शा लिया। रास्ते में ऑटो ड्राइवर ने मुझे पीने के लिए पानी दिया, जिसे पीते ही मैं बेहोश हो गई। होश में आने पर मैंने देखा कि मैं जंगल में हूँ, और मेरा सारा सामान बिखरा हुआ है और कपड़े फटे हुए हैं। मैंने तुरंत अपनी बहन को फोन कर इस बारे में जानकारी दी।”
मदद से अस्पताल पहुंची पीड़िता
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद किसी तरह मुख्य सड़क तक पहुंची। वहां एक बाइक सवार से मदद मिली, जिसकी सहायता से वह अपने फ्लैट पहुँची, जहाँ से उसे अस्पताल ले जाया गया।
हाल ही की घटनाएं: ठाणे में बच्चियों से यौन शोषण
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर में 12-13 अगस्त को केजी की दो बच्चियों का यौन शोषण हुआ था। स्कूल में काम करने वाले स्वीपर ने 3 और 4 साल की इन बच्चियों को निशाना बनाया। घटना के बाद, बच्चियों ने स्कूल जाने से मना कर दिया, जिससे माता-पिता को शक हुआ। उन्होंने बच्चियों से पूछताछ की, जिससे यह मामला सामने आया।
घटना की जानकारी सामने आने के बाद 20 अगस्त को बदलापुर में विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक बदलापुर स्टेशन पर नारेबाजी की, जिससे लोकल ट्रेनों की आवाजाही रुकी रही। अंत में, पुलिस को लाठीचार्ज कर रेलवे ट्रैक को खाली कराना पड़ा।.