प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार बिहार के दौरे पर हैं। इस अवसर पर वे लगभग दो हजार साल बाद पुनर्जीवित नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन करेंगे। इस समारोह में 17 देशों के राजदूत, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और देश की प्रमुख हस्तियाँ शामिल होंगी।
नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन की तैयारियाँ
राजगीर और नालंदा विश्वविद्यालय का परिसर प्रधानमंत्री और आगंतुकों के स्वागत के लिए सजधज कर तैयार है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, और विश्वविद्यालय परिसर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और दंडाधिकारी तैनात हैं। बिना पास या कार्ड वालों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित है।
नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास और पुनर्जीवन
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमार गुप्त प्रथम ने पांचवीं सदी में की थी, और यह पांचवीं से बारहवीं सदी तक विश्व का श्रेष्ठ शिक्षा केंद्र रहा। यहाँ बौद्ध दर्शन और ज्ञान-विज्ञान का अद्भुत केंद्र था। लगभग आठ सौ साल के विध्वंस के बाद, केंद्र और बिहार सरकार के संयुक्त प्रयास से इसे पुनर्जीवित किया गया है। इस पुनर्निर्माण में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।
अनूठी विशेषताएँ और पर्यावरण अनुकूलता
नालंदा विश्वविद्यालय का डिजाइन और निर्माण पर्यावरण और वास्तुकला के अनुकूल किया गया है। यह एकमात्र कार्बन मुक्त नेट जीरो कैंपस है। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के जैसे, इस परिसर में भी तालाब हैं। इसके पुस्तकालय और योगा भवन का एशिया में कोई मुकाबला नहीं है।
उद्घाटन समारोह की तैयारियाँ और सुरक्षा
कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन और उद्घाटन की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। हेलीपैड, समारोह स्थल और अन्य स्थानों को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। एसपीजी, गृह मंत्रालय, और पुलिस प्रशासन सभी स्थानों पर पहरा दे रहे हैं।
बोधिवृक्ष का पौधारोपण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन के बाद पीपल (बोधिवृक्ष) का पौधारोपण करेंगे। 1951 में नव नालंदा महाविहार का शिलान्यास करने के बाद देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी बोधिवृक्ष का पौधारोपण किया था। 73 साल बाद प्रधानमंत्री मोदी भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाएँगे।
अतिथियों का आगमन और कारकेड रिहर्सल
उद्घाटन समारोह के लिए विभिन्न प्रदेशों से आए अतिथि राजगीर पहुंच चुके हैं। विदेशी मेहमानों और राजदूतों को विश्वविद्यालय के अतिथिशाला में ठहराया गया है। मंगलवार को हेलीपैड से समारोह स्थल तक प्रधानमंत्री के कारकेड का फुल रिहर्सल किया गया, जिसमें डीएम, एसपी, एसडीओ-डीएसपी, और एसपीजी के पदाधिकारी और जवान शामिल हुए।
फोटो सेशन
उद्घाटन समारोह और पौधारोपण के बाद प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न देशों के राजदूतों और अन्य गणमान्य लोगों के साथ फोटो सेशन में शामिल होंगे।