बिहार: BPSC परीक्षा में पेपर लीक का आरोप, आयोग ने बताया साजिश, कार्रवाई की चेतावनी

बिहार: BPSC परीक्षा में पेपर लीक का आरोप, आयोग ने बताया साजिश, कार्रवाई की चेतावनी

बिहार में आज आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की प्रारंभिक परीक्षा एक बार फिर विवादों में घिर गई है। पटना के एक परीक्षा केंद्र पर छात्रों ने पेपर लीक होने का आरोप लगाया। हालांकि, आयोग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे साजिश करार दिया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

क्या है मामला?

पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा केंद्र पर शुक्रवार को BPSC की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (CCE) 2024 आयोजित की गई। परीक्षा शुरू होने से पहले ही लगभग 300-400 छात्रों ने प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाया और परीक्षा का बहिष्कार करते हुए केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया। नाराज छात्रों ने नारेबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक वहां से हटाया।

BPSC अध्यक्ष का बयान

BPSC के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि राज्यभर के 900 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई। उन्होंने कहा, “पटना के एक केंद्र पर कुछ अभ्यर्थियों द्वारा हंगामा किए जाने की जानकारी मिली। आयोग ने तुरंत मौके पर अधिकारी भेजे और स्थिति का जायजा लिया। सोशल मीडिया या किसी न्यूज चैनल पर पेपर लीक होने का कोई प्रमाण सामने नहीं आया। परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हुई और प्रश्नपत्र लीक होने का कोई सवाल नहीं उठता।”

साजिश का आरोप, कार्रवाई की चेतावनी

अध्यक्ष ने बताया कि पटना के एक केंद्र पर कुछ अभ्यर्थियों ने निरीक्षकों से प्रश्नपत्र छीन लिए और चिल्लाते हुए केंद्र से बाहर आ गए कि पेपर लीक हो गया है। उन्होंने इसे साजिश बताते हुए कहा, “इन अभ्यर्थियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी। हम उनकी पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

परीक्षा में करीब 5 लाख अभ्यर्थी शामिल

BPSC अध्यक्ष ने जानकारी दी कि 70वीं प्रारंभिक परीक्षा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एक ही पाली में आयोजित की गई। राज्य के 912 केंद्रों में से 911 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही। करीब पांच लाख अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया।

BPSC ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा के सुचारू संचालन में किसी प्रकार की बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कानून के तहत दंडित किया जाएगा।