ठाणे में छात्राओं के उत्पीड़न पर प्रदर्शन, SIT का होगा गठन

ठाणे जिले के बदलापुर कस्बा स्थित एक स्कूल में पढ़ने वालीं दो बच्चियों के साथ हुए कथित यौन उत्पीड़न मामले में मंगलवार को गुस्साए अभिभावकों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया, जिसने कई जगहों पर हिंसक रूप ले लिया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ पुलिस को बलात्कार के प्रयास का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। इस बीच राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए मंगलवार  को विशेष जांच दल (एसआइटी) गठित करने का आदेश दिया। सरकार ने जांच में कथित लापरवाही के लिए एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सहित तीन पुलिस सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज की असफलता दुख देती है। काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूं। खेल एवं युवा मामलों के मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में दिए बयान में कहा कि इस मामले में भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ से कड़ा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि आइओए की अध्यक्ष पीटी उषा भी पेरिस में हैं। प्रधानमंत्री ने स्वयं उनके साथ बातचीत करके उचित कार्रवाई के लिए उन्हें कहा है। हालांकि, विपक्षी दलों को इस पूरे मामले में साजिश की आशंका है। इंडिया गठबंधन के सांसदों ने विनेश के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों से बहिर्गमन किया और संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विनेश के मामले को लेकर सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया कि विश्वविजेता पहलवानों को हराकर फाइनल में पहुंचीं भारत की शान विनेश फोगाट का तकनीकी आधार पर अयोग्य घोषित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें पूरी उम्मीद है कि भारतीय ओलंपिक संघ इस निर्णय को मजबूती से चुनौती देकर देश की बेटी को न्याय दिलाएगा। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के बीच एक सपना टूट गया और पूरा देश सदमे में है, कई लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि मंगलवार को शानदार प्रदर्शन करने वाली पहलवान के लिए कुछ ही घंटों में हालात इतने खराब कैसे हो सकते हैं। 29 वर्ष की विनेश को खेलगांव में पाली क्लीनिक ले जाया गया, क्योंकि सुबह उनके शरीर में पानी की कमी हो गई थी। गौरतलब है कि विनेश भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर ‘सरकार की निष्क्रियता’ को लेकर विरोध का चेहरा थीं। वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने एक बयान में कहा, मैंने खेलगांव पाली क्लीनिक में विनेश से मुलाकात की। उन्हें आश्वस्त किया कि भारतीय ओलंपिक संघ, भारत सरकार और पूरा देश उनके साथ है। हम उन्हें चिकित्सा और भावनात्मक रूप से पूरा सहयोग दे रहे हैं। उषा ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ ने यूडब्लूडब्लू में अपील कर दी है कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए। आइओए उस पर नजर रखे हुए है। विनेश ने पहले ही मुकाबले में मौजूदा चैपिंयन युइ ससाकी को हराया था। उन्हें फाइनल में अमेरिका की सारा एन हिल्डब्रांट से खेलना था। सेमीफाइनल में विनेश से हारने वाली क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन लोपेज अब उनकी जगह फाइनल खेलेंगी। सेमीफाइनल जीतने के बाद विनेश ने कहा था, ‘कल बड़ा दिन है, कल बात करूंगी।’ लेकिन किसे पता था कि उनके साथ पूरे देश की उम्मीदें यूं सौ ग्राम के बोझ तले दब जाएंगी। पेरिस ओलंपिक में देश को स्वर्ण दिलाने से एक जीत की दूरी पर खड़ी विनेश फोगाट 50 किलोवर्ग के फाइनल में वजन के लिए खड़ी हुईं तो उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला, जिससे वह अपने करिअर के सबसे बड़े दिन अयोग्य करार होकर ओलंपिक से बाहर हो गईं। भारतीय दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर दिनशा पर्डीवाला ने कहा कि विनेश को निर्धारित वजन के भीतर लाने की हरसंभव कोशिश की गई। कोच ने वजन कम करने की सामान्य प्रक्रिया अपनाई और लगा कि लक्ष्य हासिल हो जाएगा। विनेश के बाल भी काटे गए, लेकिन उनका वजन कम नहीं हुआ। पेरिस ओलंपिक आयोजन समिति ने एक बयान में कहा कि विनेश दूसरे दिन कराए गए वजन में अयोग्य पाई गईं। अंतरराष्ट्रीय कुश्ती के नियमों की धारा 11 के अनुसार विनेश (भारत) की जगह उस पहलवान को दी जाएगी, जिसे उसने सेमीफाइनल में हराया था। इसी वजह से क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन लोपेज को फाइनल खेलने का मौका दिया गया है। इसमें कहा गया कि जापान की युइ सुसाकी और यूक्रेन की ओकसाना लिवाच के बीच रेपेचेज मुकाबला कांस्य पदक के लिए होगा। भारतीय कुश्ती दल इस घटनाक्रम से मायूस है। विनेश ने ओलंपिक से पहले कहा था कि यह उनका आखिरी ओलंपिक है और अब देखना है कि वह फैसला बदलती है या नहीं। भारत के राष्ट्रीय महिला कोच वीरेंदर दहिया ने कहा कि देश में हर कोई सदमे में है। इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि पीड़ित बच्चियों के माता-पिता को शिकायत दर्ज कराने के लिए 11 घंटे तक थाने में बैठाए रखा गया। कांग्रेस नेता ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘दो नाबालिग बच्चियों का उत्पीड़न किया गया और थाने में जब वे (अभिभावक) शिकायत दर्ज कराने गए तो उन्हें 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा… क्या कोई संवेदनशीलता बची है? मैंने पुलिस आयुक्त से बात की और उनसे कहा कि इस देरी के लिए जिम्मेदार महिला पुलिस अधिकारी को तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए।’

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