नयी दिल्ली. सपा सांसद आरके चौधरी ने लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के निकट ‘सेंगोल’ के स्थान पर संविधान की प्रति रखने की मांग की, जिसको लेकर भाजपा और विपक्षी दलों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया. विपक्षी नेताओं ने सपा सांसद का समर्थन किया, तो भाजपा ने इसे भारतीय और तमिल संस्कृति का अपमान बताया. स्पीकर ओम बिरला को लिखे पत्र में चौधरी ने आग्रह किया कि सेंगोल को हटा दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह राजशाही का प्रतिनिधित्व करता है. इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा के मन में भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं है. वहीं, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सपा ने भारतीय और तमिल संस्कृति का अपमान किया है. वहीं, राजद के सांसद मनोज झा ने कहा कि जब पहली बार सेंगोल को संसद में लाया गया था, तो कई सदस्यों ने इसका विरोध किया था. झा ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि इसकी एक प्रति अपने पास रखिए, देश इसी से चलेगा.