टाटा ग्रुप ने असम के मोरीगांव जिले के जागीरोड में एक बड़े सेमीकंडक्टर प्लांट की स्थापना की योजना की घोषणा की है। इस परियोजना पर 27,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इसके पूरा होने पर लगभग 30,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। शनिवार, 3 अगस्त 2024 को इस प्लांट की भूमि पूजन समारोह में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने भाग लिया।
यह प्लांट भारत का पहला स्वदेशी सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी होगा। भूमि पूजन के दौरान, मुख्यमंत्री सरमा और चंद्रशेखरन ने पुजारियों के मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान किए और प्लांट के 3-डी मॉडल का अनावरण किया।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना असम के विकास में महत्वपूर्ण कदम है और राज्य के लोगों के लिए एक ‘स्वर्णिम दिन’ है।
सरमा ने यह भी बताया कि टाटा ग्रुप की असम में पहले से कई सेक्टर्स में उपस्थिति है, जैसे चाय इंडस्ट्री, कैंसर केयर, हेल्थ केयर, और ऑटोमोटिव सेक्टर। उन्होंने टाटा ग्रुप के इस नए निवेश के लिए आभार व्यक्त किया और विश्वास दिलाया कि यह प्लांट राज्य की औद्योगिक परिदृश्य को बदल देगा।
टाटा ग्रुप ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए पहले ही 1,000 लड़कियों की भर्ती की है और चंद्रशेखरन ने कहा कि ये युवा भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्लांट का पहला चरण 2025 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 मार्च 2024 को इस प्लांट की आधारशिला रखी थी, और इस प्रोजेक्ट को लेकर टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने भी अपनी शुभकामनाएं दी हैं।