अग्निपथ का लक्ष्य सेना को युवा बनाना, युद्ध के लिए तैयार रखना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अग्निपथ योजना को सेना में किए गए आवश्यक सुधारों का उदाहरण बताते हुए विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे इस भर्ती प्रक्रिया पर राजनीति कर रहे हैं, जबकि इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों में औसत आयु को युवा बनाए रखना है। करगिल युद्ध में जीत की 25वीं वर्षगांठ पर द्रास (करगिल) में विजय दिवस के अवसर पर उन्होंने इस्लामाबाद को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद और छद्म युद्ध का सहारा लेकर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय सैनिक उसके सभी प्रयासों को पूरी ताकत से नाकाम करेंगे।

प्रधानमंत्री ने करगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘करगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि सत्य, संयम और शक्ति का एक अविश्वसनीय उदाहरण प्रस्तुत किया।’ अग्निपथ योजना पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के इस संवेदनशील मुद्दे पर भी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने उन दावों को भी खारिज किया कि अग्निपथ योजना पेंशन के पैसे बचाने के लिए लाई गई है। मोदी ने कहा, ‘अग्निपथ का उद्देश्य सेनाओं को युवा बनाए रखना और उन्हें युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाए रखना है। दुर्भाग्यवश, राष्ट्रीय सुरक्षा के इस महत्वपूर्ण मुद्दे को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है।’

विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ये वही लोग हैं जिन्होंने सेनाओं में हजारों करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया। ये लोग नहीं चाहते थे कि वायुसेना को आधुनिक फाइटर जेट मिलें और उन्होंने तेजस फाइटर प्लेन को भी बंद करने की तैयारी कर ली थी।’ उन्होंने स्पष्ट किया कि पेंशन के पैसे बचाने के लिए यह योजना नहीं बनाई गई है और यह सोच गलत है।

उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई है। ऐसे लोगों की सोच पर शर्म आती है। अगर आज भर्ती होगा तो क्या उसे आज ही पेंशन देनी है? उसे पेंशन देने की नौबत 30 साल बाद आएगी और तब मोदी 105 साल का होगा। क्या तब भी मोदी की सरकार होगी?’

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके लिए देश सबसे पहले है, दल नहीं। उन्होंने कहा, ‘ये वही लोग हैं जो करगिल विजय दिवस को नजरअंदाज करते रहे। आज देश की जनता के आशीर्वाद से मुझे तीसरी बार सरकार बनाने का मौका मिला और इसलिए हम इस ऐतिहासिक घटना को याद कर पा रहे हैं। वरना अगर वही लोग आते तो इस युद्ध विजय को याद नहीं करते।’

पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पाकिस्तान आतंकवाद और छद्म युद्ध का सहारा लेकर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना चाहता है, लेकिन हमारे सैनिक उसके सभी प्रयासों को पूरी ताकत से नाकाम करेंगे।’

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