बाजार में तेजी का सिलसिला थमा, सूचकांक 739 अंक फिसला

माइक्रोसाफ्ट के तकनीकी व्यवधान की वजह से वैश्विक बाजारों में बिकवाली के रुझान और घरेलू स्तर पर चार दिनों की रेकार्ड तेजी के बाद मुनाफा वसूली का जोर रहने से शुक्रवार को मानक सूचकांक 739 अंक नीचे आ गया और निफ्टी भी नुकसान में रहा। कारोबारियों ने कहा कि दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आई गिरावट ने भी बाजार को नीचे लाने का काम किया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 738.81 अंक यानी 0.91 फीसद टूटकर 81,000 अंक से नीचे 80,604.65 पर बंद हुआ। हालांकि, शुरुआती कारोबार में यह 81,587.76 के अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन मुनाफा वसूली के दबाव में यह टूट गया। कारोबार के दौरान एक समय सूचकांक 844.36 अंक गिरकर 80,499.10 पर आ गया था।

बाजार में गिरावट से निवेशकों को 7.94 लाख करोड़ रुपए की चपत

शेयर बाजार में रेकार्ड तेजी के बाद शुक्रवार को गिरावट आने से निवेशकों की संपत्ति 7.94 लाख करोड़ रुपए घट गई। इस गिरावट के साथ बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,94,059.53 करोड़ रुपए घटकर 4,46,38,826.75 करोड़ रुपए (5.34 लाख करोड़ डालर) पर आ गया। बाजारों में यह उतार-चढ़ाव लगातार जारी है।

रुपया तीन पैसे टूटकर 83.66 प्रति डालर के निचले स्तर पर

विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया शुक्रवार को तीन पैसे टूटकर 83.66 प्रति डालर (अस्थायी) के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में कमजोर रुख से रुपए में गिरावट आई।

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