दिल्ली में भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर में जलभराव से तीन UPSC अभ्यर्थियों की मौत

 

दिल्ली के राजिंदर नगर क्षेत्र में भारी बारिश के बाद राऊ IAS स्टडी सर्कल के बेसमेंट में जलभराव होने से तीन UPSC अभ्यर्थियों की मौत हो गई। घटना तब हुई जब अचानक से बारिश ने जोर पकड़ लिया और नाले के फटने से बेसमेंट में पानी भर गया। इस आपदा के चलते तीनों अभ्यर्थी बेसमेंट में फंस गए और बाहर निकलने में असमर्थ रहे। बचाव दल ने तेजी से काम किया, लेकिन 10-12 फीट तक पानी भर जाने के कारण सभी प्रयास विफल रहे।

इस घटना के बाद दिल्ली नगर निगम ने तत्काल प्रभाव से जांच के आदेश दिए हैं। 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी गई है ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके। राजिंदर नगर क्षेत्र, जो कई कोचिंग सेंटरों का हब है, पहले भी इस तरह की घटनाओं का सामना कर चुका है, लेकिन इस बार की घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घटना के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। विपक्ष ने नगर निगम और राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है, जबकि सत्तारूढ़ दल ने इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया है।

इस घटना के बाद, राजिंदर नगर के कोचिंग सेंटरों के विद्यार्थी और उनके परिजन गहरे शोक में हैं। विद्यार्थियों ने प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया है। उनका कहना है कि अगर समय रहते उचित कदम उठाए गए होते, तो इस तरह की घटना को टाला जा सकता था।

नगर निगम ने घोषणा की है कि अब से सभी कोचिंग सेंटरों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में जलनिकासी व्यवस्था की नियमित जांच की जाएगी। इसके अलावा, ऐसे इलाकों में आपातकालीन सेवाओं की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया दी जा सके।

इस घटना ने समाज में गहरी संवेदनशीलता पैदा कर दी है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा और दुख व्यक्त किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में प्रशासन को और अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए और सुरक्षा के सभी उपायों को सुनिश्चित करना चाहिए।

राजिंदर नगर में हुई इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रशासन की तत्परता कितनी महत्वपूर्ण है। यह घटना न केवल तीन जीवनों की क्षति का प्रतीक है, बल्कि एक चेतावनी भी है कि हमें अपनी सुरक्षा व्यवस्थाओं में सुधार करना होगा। प्रशासन को चाहिए कि वे इस घटना से सबक लें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।

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