ब्रिटेन में आम चुनाव के लिए मतदान आज, इस बार भारतीय मूल के उम्मीदवारों की बड़ी संख्या में जीत की उम्मीद

लंदन, 3 जुलाई (भाषा)। ब्रिटेन में गुरुवार को होने वाले आम चुनाव में देश के इतिहास में अब तक की सबसे विविध संसद देखने को मिल सकती है, जिनमें देशभर से भारतीय मूल के सांसदों की अच्छी-खासी संख्या हो सकती है। ब्रिटिश फ्यूचर थिंक टैंक के एक विश्लेषण के अनुसार, अगर लेबर पार्टी बहुमत हासिल करती है तो उसमें जातीय अल्पसंख्यक सांसदों की अभी तक की सबसे अधिक संख्या हो सकती है। विश्लेषण में कहा गया है कि इस बार करीब 14 फीसद सांसद जातीय अल्पसंख्यक समुदायों के थे, जबकि नई संसद में उनकी संख्या अधिक रह सकती है। ब्रिटिश फ्यूचर के निदेशक सुंदर कटवाला ने कहा कि इस चुनाव में जातीय अल्पसंख्यक प्रतिनिधित्व में बड़ी वृद्धि दिखेगी और यह अब तक की सबसे विविध संसद होगी। प्रतिष्ठित ब्रिटिश भारतीयों में से एक कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद आलोक शर्मा और लेबर पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र शर्मा इस बार क्रमशः रीडिंग वेस्ट और इलींग साउथल से पुनः चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इलींग साउथल में बड़ी संख्या में पंजाबी मतदाता हैं। वहां से इस बार दो ब्रिटिश सिख उम्मीदवार संगीत कौर भैल और जगिंदर सिंह निर्दलीयों के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। गुरुवार को होने वाले चुनाव में कुछ प्रमुख ब्रिटिश भारतीय उम्मीदवारों में प्रफुल नागुंड शामिल हैं, जो लेबर पार्टी की टिकट पर इस्लिंगटन नार्थ से चुनाव लड़ रहे हैं।

ऋषि सुनक के उत्तरी इंग्लैंड में रिचमंड और नार्थअलर्टन की अपनी सीट बरकरार रखने की उम्मीद है। साथ ही प्रीति पटेल के एसेक्स में विथम और सुएला ब्रेवरमैन के फारेहैम तथा वाटरलूविले में जीतने की उम्मीद है। वर्ष 2019 में हुए पिछले आम चुनाव में भारतीय मूल के 15 सांसद चुने गए थे, जिनमें से कई दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। उनके अलावा भारतीय मूल के कई लोग पहली बार आम चुनाव लड़ रहे हैं।

 

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