पश्चिम बंगाल के जेल मंत्री अखिल गिरि ने पूर्वी मिदनापुर जिले के ताजपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान महिला वन अधिकारी मनीषा शॉ को धमका दिया। यह घटना शनिवार को हुई, जब गिरि मौके पर पहुंचे और वन विभाग की टीम से बहस करने लगे। उन्होंने महिला अधिकारी से कहा, “आप एक सरकारी कर्मचारी हैं। बोलते समय अपना सिर झुकाएं। एक हफ्ते में देखिए आपके साथ क्या होता है। अगर आप अपना व्यवहार नहीं सुधारेंगी, तो मैं आपको डंडे से पीटूंगा।”
वीडियो के वायरल होने के बाद, यह घटना राजनीतिक विवाद का कारण बन गई है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समेत विभिन्न दलों ने गिरि की टिप्पणियों की निंदा की। बीजेपी ने सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मंत्री को दंडित करेंगी। बीजेपी ने आरोप लगाया कि मंत्री ने महिला अधिकारी को धमकाया क्योंकि वह अपनी ड्यूटी निभा रही थी।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी गिरि के व्यवहार की आलोचना की और कहा कि यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सीपीआई(एम) और बीजेपी को इस मुद्दे पर बोलने का अधिकार नहीं है, क्योंकि उनके नेताओं ने भी विवादित बयान दिए हैं।
यह पहली बार नहीं है जब अखिल गिरि विवादों में घिरे हैं। 2022 में उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी, जो व्यापक विरोध का कारण बनी थी। हाल ही में, लोकसभा चुनाव के दौरान राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर की गई टिप्पणी ने भी विवाद पैदा किया था। इस बार के विवाद ने एक बार फिर से पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी है।